गौरी-प्रस्तारसँ उद्धृत, मिथिलाक पारम्परिक जितिया व्रतकथा (मूल संस्कृतमे)
जितियाक सम्पूर्ण कथा मूल संस्कृतमे सुरक्षित अछि। एकर अनुवाद मैथिलीमे सेहो देल अछि।Continue Reading
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