- पिता – पं. अमरनाथ झा
- माता- योगेश्वरी देवी
- जन्म-तिथि- 23 सितम्बर, 1968ई.
- स्थायी निवास-
- ग्राम- हटाढ़ रुपौली, डाकघर- हटाढ़ रुपौली, भाया- झंझारपुर, जिला- मधुबनी, बिहार।
- वर्तमान पत्राचार संकेत – प्रकाशन विभाग, महावीर मन्दिर, पटना, 800001
- फोन नं.- 9430676240, 7766055128
- वर्तमान निवास– खास महाल, मारुति नगर, पोस्टल पार्क रोड, पटना-800020
- शिक्षा-
- एम.ए. (संस्कृत) ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा, 1992 ई.
- साहित्याचार्य, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा, 1995.
- सेवा- प्रकाशन पदाधिकारी, प्रकाशन विभाग, महावीर मन्दिर न्यास, 2003 ई. से अद्यतन। सम्पादक धर्मायण पत्रिका
- अध्यापन- व्याख्याता, साहित्य विभाग, अजित कुमार मेहता संस्कृत शिक्षण संस्थान, लदौरा, कल्याणपुर, समस्तीपुर, 1998-2003 तक। (मानव संसाधन विभाग, भारत सरकार से सम्बद्ध राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान से स्वीकृत।)
- मनोनयन- समानित सदस्य, बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद् (राज्य सरकार की संस्था), 2010 ई. से मार्च 2016 तक।
- सदस्यता- मैथिली भाषा एवं लिपि के विकास हेतु मानव संसाधन विकास मन्त्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित समिति, 2018
- भाषा-ज्ञान- मैथिली (मातृभाषा), संस्कृत, हिन्दी, अंग्रेजी।
- प्राचीन लिपि-ज्ञान– मिथिलाक्षर, देवनागरी, कैथी, बंगला, ब्राह्मी।
- विशेष दक्षता– पाण्डुलिपि-विज्ञान एवं शिलालेख-विज्ञान।
मुख्य रुचि- भारतीय ज्ञान-परम्परा के अप्रकाशित ग्रन्थों का पाण्डुलिपि से सम्पादन एवं अनुवाद। मिथिला की ज्ञान-परम्परा का प्रचार-प्रसार। मिथिला के इतिहास सम्बन्धी भ्रान्तियों के निवारण का प्रयास। संस्कृत, अंगरेजी तथा हिन्दी का प्रयोग कर मिथिला को अन्य क्षेत्र के लोगों के बीच उजागर करने की मानसिकता।
सम्मान
- हस्तप्रतिलिपिविशेषसम्मानम्, कुमारभास्करवर्मसंस्कृत-पुरातनाध्ययनविश्वविद्यालयः, नालबाड़ी, आसाम। दिनांक 27.6.2025
- सद्गृहस्थ संत जगन्नाथ चौधरी शोध सम्मान, 2025- जयराम शोध संस्थान, सुल्तानपुर, 24 अप्रैल, 2025.
- मिथिला विभूति सम्मान, विद्यापति सेवा संस्थान, दरभंगा, 2023ई.
- श्रीमन्निग्रहाचार्ययशोवर्द्धनसम्मान- साहित्य संम्पादन के क्षेत्र में, 2022ई.
- हिन्दीसेवी सम्मान हिन्दी साहित्य सम्मेलन, पटना, दिनांक 14 सितम्बर, 2020, हिन्दी-दिवस के अवसर पर
- संस्कृतसेवी सम्मान, संस्कृत संजीवन समाज, पटना, 2016
- दिव्यरश्मि सम्मान, 2016, पवनसुत सर्वागीण विकास केन्द्र, पटना 2016,
- चम्पारण सत्याग्रह सम्मान, 2017, साहित्य-लेखन के क्षेत्र में ‘केवल सच’ मासिक पत्रिका, पटना द्वारा
व्याख्यान एवं कार्यशाला-
- Participation as Group Member- PRE-CONFERENCE WORKING GROUPS, International Conference on “Reclaiming India’s Knowledge Legacy Through Manuscript Heritage”, Dated: 11–13 September 2025, Group 2, Proposal submitted- :A Draft Focusing on Survey and Documentation.” Published in- Gyan Bharatam, Working Group Report, pp. 31-45.
- संसाधन पुरुष- कुमार भास्कर वर्मन् संस्कृतपुरातनाध्ययन विश्वविद्यालय, नालबाड़ी, आसाम में पाण्डुलिपि लिप्यन्तरण कार्यशाला, 2025ई.
- संसाधन पुरुष- राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित विभिन्न स्थानों पर पाण्डुलिपि लिप्यन्तरण कार्यशाला में योगदान, चोटीपुरा, उत्तर प्रदेश एवं राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन, दिल्ली। मार्च, 2024.
- व्याख्यान- “वाल्मीकि रामायण के स्थानीय पाठ भेद तथा परवर्ती रामायणों पर उनका प्रभाव”- रामानुजन कॉलेज, नई दिल्ली, 14-16 फरवरी, नई दिल्ली।
- संसाधन पुरुष- फरवरी, 2023 में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अन्तर्गत राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन में मैथिली की अप्रकाशित पाण्डुलिपि पर सेमिनार एवं अभिविन्यास (orientation) कार्यक्रम में सहभागिता।
- संसाधन पुरुष- भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर द्वारा दरभंगा में आयोजित मिथिलाक्षर एवं कैथी लिपि प्रशिक्षण कार्यशाला में मिथिलाक्षर का प्रशिक्षण, 2018 ई.
- संसाधन पुरुष- Center for Development of Advanced Computing, C-Dac, Mysore द्वारा निर्माणाधीन मिथिलाक्षर/तिरहुता Font के निर्माण। 2017
- संसाधन-पुरुष, महावीर मन्दिर द्वारा आयोजित, कर्मकाण्ड प्रशिक्षण कार्यशाला, कोनहार घाट, हाजीपुर, अगस्त-सितम्बर, 2016 ई.
- Resource person– Nalanda Open University, Workshop scripts training, Patna, 23 January, 2016.
- Resource person– National Manuscript Mission, Workshop scripts training, (On Mithilakshar Script) Bhagalpur University, June, 2015.
- Resource person– National Translation Mission, Workshop for translation into Sanskrit of the web-content of The Indian Institute of Languages, Mysore, February, 2015.
- शोधपत्र वाचन- बोधगया एवं पटना में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संमिनार में Emperor Ashoka and Buddhism विषय पर बौद्ध महोत्सव, 2013.
- व्याख्यान– स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा, ‘भारतीय वाङ्मय में वर्णित कृष्णचरित की प्रासंगिकता’ विषय पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित संगोष्ठी, 2012ई.
- Resource person- National Translation Mission, National Seminar on “Knowledge text Translation in Maithli”, 23-24 Nov., 2010.
प्रकाशित मौलिक एवं अनूदित ग्रन्थ
- बुद्धचरितम्- (संस्कृत पद्यानुवाद) महाकवि अश्वघोष कृत प्रसिद्ध महाकाव्य के अनुपलब्ध अंश का तिब्बती एवं चीनी अनुवाद के आधार पर मूल शैली में संस्कृत श्लोकों में रूपान्तरण, महावीर मन्दिर प्रकाशन, 2013 ई.
- भ्रूणपञ्चाशिका- (मौलिक संस्कृत काव्यरचना), महावीर मन्दिर प्रकाशन, पटना, 2013 ई.
- धूरि आउ कमला (मैथिली दीर्घकथा)
अनुवाद
1. कदमों के निशान– डा. धीरेन्द्र नारायण सिंह की मैथिली कविताओं का हिन्दी काव्यात्मक अनुवाद।
सम्पादित ग्रन्थ-
- भूपरिक्रमणम्, म.म. विद्यापति, पाठोद्धार एवं हिन्दी व्याख्या (डा.विजय देव झा द्वारा अंगरेजी अनुवाद के साथ), इसमाद प्रकाशन, 2025.
- “An Account of the Maithil Marriage” by Maharaja Rameshwar Singh of Darbhanga Raj टिप्पणी एवं हिंदी अनुवाद का साथ सम्पादन, इसमाद प्रकाशन, 2023ई.,
- यक्षसमागमम्– म.म. परमेश्वर झा कृत संस्कृत काव्य की संस्कृत व्याख्या एवं हिन्दी अनुवाद, 1996
- अगस्त्य-संहिता– वैष्णव आगमशास्त्रीय ग्रन्थ का पाण्डुलिपि से सम्पादन एवं हिन्दी अनुवाद, महावीर मन्दिर प्रकाशन, पटना, 2009 ई.
- दुर्गासप्तशती- स्व. कृष्णचन्द्रमिश्र द्वारा संकलित प्राचीन संस्कृत टीकाओं पर आधारित हिन्दी में विशेष व्याख्या एवं टिप्पणी के साथ, महावीर मन्दिर प्रकाशन, 2005 से 2017 तक कुल 5 संस्करण
- रुद्रार्चन-पद्धति- वैदिक साहित्य में रुद्र सम्बद्ध सूक्तों का संकलन, (सह सम्पादन एवं हिन्दी अनुवाद) महावीर मन्दिर प्रकाशन, पटना, 2004 ई.
- रामार्चन-पद्धति- रामानन्दाचार्य कृत रामार्चन-पद्धति, हिन्दी अनुवाद सहित सह सम्पादन, महावीर मन्दिर प्रकाशन, 2004 ई.
- वैष्णवमताब्जभास्कर (पदच्छेद एवं हिन्दी अनुवाद) आचार्य किशोर कुणाल का ग्रन्थ आचार्य रामानन्द एवं उनका वैष्णवमताब्जभास्कर के साथ प्रकाशित, महावीर मन्दिर प्रकाशन, पटना, 2014
- मैथिली क्रियापदकोष (व्याकरण ग्रन्थ), म. वै. दीनबन्धु झा कृत, ब्राह्मी प्रकाशन, मधुबनी, 2016
- मिथिलातीर्थप्रकाश, मूल लेखक- श्रीकृष्ण ठाकुर, मिथिला शोध संस्थान, (बिहार सरकार के उच्च शिक्षा विभाग की ईकाई, दरभंगा, 2017
- मैथिलभक्तिप्रकाश, (मैथिली प्राचीन गीत संग्रह) ललितेश्वर सिंह द्वारा संकलित, ब्राह्मी प्रकाशन, 2017, Google e-book क्रय हेतु उपलब्ध
- माटी की सुगन्ध, विश्व हिन्दू परिषद् की दक्षिण बिहार शाखा के द्वारा प्रकाशित बिहार का गौरव विषय पर स्मारिका, 2016 ई.
- Mundeshvari: The oldest Recorded Temple in the Country पुस्तक के हिन्दी भाग का सम्पादन, 2008 ई.
- अयोध्या से मिथिला तक (रवि संगम के साथ सहलेखन)- बिहार में श्रीराम से सम्बन्धित प्रमुख तीर्थस्थानों का संक्षिप्त परिचय, Google e-book, 2020, Google e-book क्रय हेतु उपलब्ध
पाण्डुलिपि से प्रथम बार संपादित ग्रन्थ
- सभाकौमुदी, वामोरि नारायण, संस्कृति मन्त्रालय, भारत सरकार, तत्वम् फाउण्डेशन एवं राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन, 2025
- सभाविनोद, दैवज्ञ दामोदर, संस्कृति मन्त्रालय, भारत सरकार, तत्वम् फाउण्डेशन एवं राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन, 2025
- सुबोध, म.म. पक्षधर विरचित, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा, 2024
- जम्मूवर्णनम्, पं. कुमुदनाथ मिश्र, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा, 2024
- नाह्निदत्तपञ्चविंशतिकाविवरणम्- म.म. नाह्निदत्तकृत पञ्चविंशतिका की म.म. रुचिपति कृत विवरण नामक व्याख्या के साथ हिन्दी अनुवाद सहित सम्पादन, शास्त्रार्थ, शोधपत्रिका, मिथिला शोध संस्थान, दरभंगा, 2014 ई. Google e-book क्रय हेतु उपलब्ध
- व्यवहार-रत्नावली- म.म. पशुपतिकृत व्यवहाररत्नावली का पाण्डुलिपि से सम्पादन, शास्त्रार्थ शोधपत्रिका, मिथिला शोध संस्थान, दरभंगा, 2014 ई.
- मांसपीयूषलता- (सम्पादन एवं हिन्दी अनुवाद) म.म. मदन उपाध्याय कृत ग्रन्थ का पाण्डुलिपि से प्रथम सम्पादन, प्रकाशनाधीन। Google e-book क्रय हेतु उपलब्ध
- पुष्पमाला- म.म. रुद्रधर कृत पुष्पमाला का पाण्डुलिपि से प्रथन सम्पादन एवं मैथिली अनुवाद, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के व्याकरण विभाग की स्मारिका, 2011 ई.
- सोमवारी व्रतकथा, (पौराणिक ग्रंथ), यह पूर्व प्रकाशित ग्रंथ है, किन्तु प्रकाशित प्रतियों में अशुद्धियाँ पाई गई थीं, अतः प्राचीन पांडुलिपि के आधार पर इसका पुनः संपादन किया गया है।, धर्मायण, खंड 78, महावीर मंदिर पटना, 2009.
- राममानस-पूजा – पेन्सिल्वेनिया विश्वविद्यालय के संग्रह में उपलब्ध पांडुलिपि से प्रथम बार संपादित। धर्मायण, खंड 84, महावीर मंदिर पटना, अक्टूबर-दिसंबर, 2014.
- सनत्कुमार तंत्र से बालराम-स्तव। धर्मार्थ ट्रस्ट, जम्मू में उपलब्ध देवनागरी पांडुलिपि पर आधारित।, धर्मायण, खंड 93, महावीर मंदिर पटना, मार्च, 2020.
- चतुर्भुज दास का जगज्जीवन-चरितम्, रीवा राज पुस्तकालय में उपलब्ध देवनागरी पांडुलिपि पर आधारित, धर्मायण, खंड 108, महावीर मंदिर पटना, जुलाई, 2021.
- मेघराज प्रधान की अनंत व्रत कथा (1660 ई.) यह एक हिंदी रचना है, जो वास्तव में संस्कृत अनंत व्रत कथा का काव्यात्मक अनुवाद है। इसे देवनागरी पांडुलिपि से संपादित किया गया था। धर्मायण खंड. 123. महावीर मंदिर पटना.
- रामानंद आचार्य का रामरक्षा-स्तोत्र, तीन देवनागरी पांडुलिपियों के आधार पर रामानंदाचार्य की हिंदी रचना रामरक्षा-स्तोत्र के पाठ का निर्धारण। धर्मायण, खंड. 103. फरवरी, 2021.
- संत जानकी दास की राम-जन्म बधाई। देवनागरी पांडुलिपि से रामजन्म एवं कृष्णलीला से संबंधित 20 श्लोकों का संपादन। धर्मायण, खंड. 105. महावीर मंदिर पटना। अप्रैल, 2021.
शोध-आलेख
33 | तत्त्वचिन्तामणि का सारतत्त्व ‘मणिसार’ और उसके प्रणेता म.म. गोपीनाथ | कृति रक्षण, संस्कृति मन्त्रालय, दिल्ली के द्वारा प्रकाशित, राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन, vol. 1, No 2, August 2025, pp. 119-128 | 2025ई. |
32 | सीता के जन्म की मैथिल कथा | सीतामढ़ी से प्रकाशित पुस्तक में | 2023ई. |
31 | जनक-क्षेत्र एवं उसके विस्थापन का एक प्रलेखित अपवाह | स्मारिका, अहल्यास्थान सांस्कृतिक महोत्सव, अहल्या स्थान, दरभंगा | 2023 |
30 | मिथिलाक परम्पराक रक्षामे एहि न्याससँ अपेक्षा | धरोहर, डा. इन्द्र नाथ झा एवं डा. सदानन्द झा (सम्पादक). पण्डित हरिनारायण झा एवं पण्डित शिवनानारायण झा शैक्षणिक एवं सामाजिक सहयोग न्यास, हाटी, मधुबनी (बिहार) | 2024 |
29 | वाल्मीकि-रामायण में श्राद्धकर्म का स्वरूप | तर्पण, पितृपक्ष मेला, गया, जिला प्रशासन | 2024 |
28 | मिथिला क्षेत्र की पाण्डुलिपियों में मूलग्राम का उल्लेख एवं उपयोगिता | तत्त्वबोध, अंक 9, राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन एवं इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र., दिल्ली | 2024 |
27 | कोशी क्षेत्र के पौराणिक सन्दर्भ | धरोहर, अंक 11, श्री उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव, महिषी (सहरसा), बिहार की स्मारिका | 2024 |
26 | मिथिलाक पंजी आ ओकर संरक्षणक दिशामे श्रीगजेन्द्र ठाकुर | प्रीति कारण सेतु बान्हल, वैदेही, | 2024 |
25 | मिथिला विभूति रोहिणीदत्त गोसाँई एवं हुनक कृति | अनुप्रास, पत्रिका वर्ष 4, अंक -7, संपादक- दीप नारायण, इन्द्र परिसर, लहेरियागंज मधुबनी, बिहार, | 2023 |
24 | संत लक्ष्मीनाथ गोसांईं के देहावसान की तिथि पर एक विमर्श | धरोहर, अंक 10, श्री उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव, महिषी (सहरसा), बिहार की स्मारिका | 2023 |
23 | मिथिला आ ओकर अस्मिताक निर्धारक तत्त्व | मिथिला गोआ दर्पण, मिथिला समाज, गोआ | 2022 |
22 | मिथिलाक्षर/तिरहुता लिपि की प्राचीनता एवं वर्तमान स्वरूप | बिहार में भाषाओं एवं लिपियों का विकास, सुभाष शर्मा (सं.), बिहार विरासत विकास समिति, पटना, | 2022 |
21 | मिथिला में राम तथा शिव की एकता के सन्दर्भ | द हेडमास्टर,(अम्बिकानाथ मिश्र स्मृतिग्रन्थ) ईसमाद प्रकाशन, दरभंगा | 2022 |
20 | नान्यदेव के भरत-भाष्यम् में आत्मप्रकाश | अरिपन, सविता झा खान, शिवालिक प्रकाशन, दिल्ली | 2021 |
19 | मिथिला का वस्त्र उद्योग | अरिपन, सविता झा खान, शिवालिक प्रकाशन, दिल्ली | 2021 |
18 | विदेह की राजधानी मिथिला नगरी की खोज | मिथिला की खोज, इसमाद प्रकाशन, दरभंगा | 2020 |
17 | संस्कृत शिक्षा एवं आर्थिक आत्मनिर्भरता | जेकेडी न्यूज, दानापुर, पटना | 2020, मार्च, |
16 | सौराठ गाँव तथा सभा का इतिहास | जेकेडी न्यूज, दानापुर, पटना | 2020, फरवरी, |
15 | गुरु की गरिमा | प्रज्ञानाद, महामण्डलेश्वर स्वामी प्रज्ञानन्द, कालकाजी दिल्ली | 2014, जुलाई |
14 | अपराध नियंत्रण में धर्म का योगदान | जेकेडी न्यूज, दानापुर, पटना | 2000, जनवरी, |
13 | वाल्मीकि रामायण में अयोध्या की अवस्थिति | द पब्लिक, काठमाण्डू, नेपाल, सावन 2077. | 2020 |
12 | अंधराटाढ़ीक तीन अभिलेख | भामती, भामती-वाचस्पति स्मारक निर्माण समिति, ठाढ़ी | 2018 |
11 | पंजीक इतिहास आ ओकर प्रासंगिकता | मड़बा, सबिता झा खान, एम.एन.ठीकुर, रिपुंजय ठाकुर (सम्पादक | 2018 |
10 | संस्कृत वाङ्मय को बिहार का अवदान | भारती, बिहार राज्य संस्कृत अकादमी, पटना | 2018 |
9 | Some Inscriptions from Mithila | मिथिला भारती, मैथिली साहित्य संस्थान, पटना | 2017 |
8 | वनखंडीनाथ महादेव मन्दिर | कोइलख, हितनाथ झा (सम्पादक), प्रियदर्शी प्रकाशन, पटना | 2017 |
7 | मिथिला सँ उपलब्ध कतिपय नव शिलालेख | मिथिला भारती, मैथिली साहित्य संस्थान, पटना | 2016 |
6 | अठारहम शताब्दीक एकटा पत्र: मिथिलाक ऐतिहासिक आ सांस्कृतिक तथ्य | मिथिला भारती, मैथिली साहित्य संस्थान, पटना | 2015 |
5 | रुद्रयामलक प्रक्षिप्त अंशमे मिथिलाक इतिहास | मिथिला भारती, मैथिली साहित्य संस्थान, पटना | 2014 |
4 | वाल्मीकि-रामायणे ज्यौतिस्तत्त्वम् | डा. उमारमण झा अभिनन्दन-ग्रन्थ, लखनउ | 2006 |
3 | समन्वय के प्रतीक गौरीशंकर | स्व. मदन झा श्रद्धांजलि ग्रन्थ, पटना | 2005 |
2 | मधुबनी में तिरहुता लिपि का अस्तित्व | ये मधुबनी है, मधुबनी जिला गजेटियर, जिला प्रशासन, मधुबनी, | 2003 |
1 | सूरदास आ वात्सल्य रस | मिथिला मिहिर, पटना | 1980 |
भूमिका-लेखन
पुस्तक नाम | लेखक | प्रकाशन | वर्ष |
जागऽ मक्खलि अइलन | बाबूलाल मधुकर | बाबूलाल मधुकर | 2022 |
मगही मेघदूत | बाबूलाल मधुकर | बाबूलाल मधुकर | 2021 |
न्यायपालिका दशा ओ दिशा | न्यायमूर्ति राजेन्द्र प्रसाद (अ.प्रा.) | प्रभात प्रकाशन, नई दिल्ली | 2019 |
पंजी-प्रबन्ध भाग 1 | डा. योगनाथ झा | अंकित प्रकाशन, सरिसब-पाही, मधुबनी | 2010ई. |
साम्ब-पुराण | प. गौरीकान्त झा | ||
असतो मा सद्गमय | डा. एस.एन.पी. सिन्हा | वातायन, पटना | 2019 |
सम्पर्क
- email: bhavanathjha@gmail.com
- whats App 9430676240
भूमिका-लेखन
साम्ब-पुराण, सम्पादक- पं, गौरीनाथ झा (एहि में सुधार आवश्यक अछि, हिनकर नाम गौरीकांत झा छैन)