मैथिली साहित्य
-
धूर्तराज गोनू कर्णाट शासनक कालक ऐतिहासिक पुरुष छलाह
धूर्तराज गोनू कर्णाट शासनक कालक ऐतिहासिक पुरुष छलाह म.म. परमेश्वर झा हिनक काल देवसिंहक समयमे मानैत छथि। मिथिलातत्त्वविमर्शमे ओ लिखैत छथि जे महाराज भवसिंह ... -
मैथिली आ अंगिका पर लालकृष्ण आडवानी की बाजल रहथि
मैथिली आ अंगिका पर लालकृष्ण आडवानीक देल गेल लिखित उत्तर -
-
दरभंगा शासनक दिससँ मैथिलीक लेल प्रयास आ सरकारक स्थिति- 1933ई.
एतए स्पष्ट अछि जे एकटा मैथिलक दिससँ मैथिलीमे अनूदित करबाक लेल प्रस्ताव देल गेल मुदा जें कि एहि ठामक लोक हिन्दी सेहो बुझैत छल ... -
संवेदना (मैथिली कथा) – भवनाथ झा
डा० सिन्हा चोट्टे घूरि घर गेलाह। लैपटॉप खोललनि आ अपन सहयोगी सभके ई-मेल कएल- “हमर शोध लेल वरदक स्पेसीज उपयोगी नै होएत। अहाँ सभ ... -
घुरि आउ कमला (मैथिली दीर्घकथा) –भवनाथ झा
परेत फेर कहए लागल- “गाममे फुलिया आ हमर बात सभ केओ बूझि गेल रहए। ओकर बहिन सेहो सुनलक। गप्प चललै। फुलिया सँ हमर बियाह ... -
मंडन-भारती (मैथिली उपन्यास) भवनाथ झा
-“तँ की महाराजसँ कहि भकसी झोंकबाक मरबा देब आ कि हमर गुरुए जकाँ पहाड़परसँ धकेलि देब।” मण्डन मिश्र बजलाह। -“अहाँ अइयो वैदिक धर्मक पताका कन्हेठने ... -
धनि, काल्हि जेबै पैंजाब
रूपनक मोन छौ-पाँच करए लगलनि। नाँओ खूजि जेतै त गाममे उकबा ऊठि जेते। आ तैमे मारल जेतै बेचारा बहुरी झा। तेहन लोकक बेटी पुतोहु ... -
वेद या वेदान्त प्रतिपाद्य धर्म क्या है?
वेद या वेदान्त प्रतिपाद्य धर्म क्या है? तैत्तिरीय श्रुति हमें आदेश एवं उपदेश देती है कि धर्म पथ पर चलो- धर्मं चर। वसिष्ठ ... -
अपभ्रंशकाव्य में सौन्दर्य वर्णन -डॉ. शशिनाथ झा
पुस्तक का नाम- अपभ्रंशकाव्य में सौन्दर्य वर्णन रचनाकार- डॉ. शशिनाथ झा, कुलपति, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा। प्रकाशन वर्ष- 2021ई. सर्वाधिकार- लेखक, डा. ...