निश्चित रूपसँ कहल जा सकैत अछि जे दरभंगाक महाराज सभक उपलब्धि आ जनताक लेल जनहितमे कएल गेल कार्यक लेखा-जोखा नै भेल अछि। ताहू मे महाराज लक्ष्मीश्वर सिंहक कालक उपलब्धि तँ आर नुकाएल अछि।
मुदा महाराज लक्ष्मीश्वर सिंहक द्वारा 1897 ई.में अकाल सँ पीडित जनताक लेल हुनका द्वारा कएल काजक प्रशंसा वेल्स सँ प्रकाशित समाचार पत्र सभमे खूब छपैत रहल अछि।
एहिमे कहल गेल अछि जे महाराज दरभंगाक द्वारा अकालसँ पीडित जनताक लेल कम सँ कम आठ लाख रुपयाक लगान, ऋण आदि माफ कएल गेल आ लगभग एतबे रुपया अकाल पीडित जनताक लेल राहत कार्यमे खर्च करबाक लेल देल गेल।
भारतक राजा सभक दिससँ अकाल राहतक लेल खर्च केनिहार सभमे हिनक नाम उदाहरणस्वरूप पहिल स्थान पर आएल छल।
एकरहि कहैत छैक- बाड़ीक पटुआ तीत। बेसी अहाँलोकनि आगाँ पढि सकैत छी।>>