कैथी, तिरहुता आ मिथिलाक्षर

आइ बहुत गोटेक बीच ई भ्रम पसरि रहल छनि जे कैथी आ तिरहुता एके थीक। संगहि इहो भ्रम पसरि रहल छनि जे तिरहुता आ मिथिलाक्षर दू लिपि थीक।
ई भ्रम स्वयं पसरल अथवा पसारल गेल- पसारल जा रहल अछि, से खोजक विषय थीक। जँ जानि बूझि कए ई भ्रम पसारल जा रहल अछि तँ एकरा मिथिला आ मैथिलीक विरुद्ध बड़ पैघ षड्यंत्र बुझू।
कैथी आ तिरहुता दू लिपि थीक
एतए हम सभसँ पहिने कैथी आ तिरहुताक बीचक अंतर स्पष्ट करैत छी। कैथी वास्तवमे देवनागरीक सरल रूप थीक। संयुक्त अक्षर, ह्रस्व ईकार, दीर्घ ईकार, ह्रस्व उकार दीर्घ ऊकारक फेरमे नै पड़ि, जेना भेल तेना, लीखि लेबाक पद्धति थीक। सरल रूप रहबाक कारणें लिखबामे सुविधा भेलैक तेँ एकर प्रचार-प्रसार भेलैक। अधिकांश लोक एहि लिपिमे लिखए लगलाह। सामान्य जनतामे देवनागरीक एहि रूपक प्रचार भेल। एकरा Customized Script कहबाक चाही। एकर नमूना देखि सकैत छी

मिथिलाक्षर आ तिरहुता एके लिपि थीक
ई दूनू एके लिपिक नाम थीक, जेना बंगाक्षर आ बंगला दूनू नाम मे कोनो अंतर नहि, तहिना मितिलाक्षर आ तिरहुतामे कोनो अंतर नहि अछि। ई देवनागरी परिवारसँ भिन्न त्रिकोणीय लिपि थीक। भारतक सभ भाषा एहि लिपिमे लिखल जा सकैत अछि। सभ ध्वनिक लेल देवनागरिए जकाँ पृथक् वर्ण अछि। एकरा Standard Script कहबाक चाही।

एहि विवेचनसँ स्पष्ट अछि कैथी आ तिरहुता वा मिथिलाक्षर भिन्न लिपि थीक।
Dhanvantari Jayanti
शिक्षाक क्षेत्रमे दरभंगा महाराज रुद्रसिंहक द्वारा कएल गेल काज
Archaeological Remains in Lohna Village
जितिया व्रतकथाक मैथिलीमे अनुवाद