कुशोत्पाटिनी अमावस्या दि. 27 अगस्त, 2022 ई. को
कुश कैसे उखाड़ें? कुश उखाड़ने का मन्त्र क्या है?
कुश उखाड़ने की विधि :-
जहाँ कुश उपलब्ध हो उसे वहाँ से उखाड़ने के लिए पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके बैठना चाहिए। पहले खुरपी या खन्ती से कुश की जड़ की मिट्टी को ढीला कर दें। फिर जड़ को मुढी से पकड़कर अंगूठे को दाहिनी ओर घुमाते हुए कुश उखाड़ें। यह पितृतीर्थ कहलाता है।
कुश के पत्ते वाले भाग को ठीक से न पकड़नेपर हाथ कट सकता है। जो व्यक्ति भली-भाँति कुश उखाड़कर ला सकता हो, उसे ‘कुशल’ कहते हैं।
मन्त्र-
विरंचिना सहोत्पन्न परमेष्ठिन्निसर्गज।
नुद सर्वाणि पापानि दर्भ स्वस्तिकरो भव । हूं फट् ।।
मंत्र का उच्चारण कर कुश को जरुरत अनुसार वहाँ से उखाड़ना चाहिए।
https://mahavirmandirpatna.org/dharmayan/dharmayan-122-kush-ank/