स्वतंत्रता आन्दोलनमे मधुबनीक भूमिका,

मधुबनीमे कांग्रेसक मजबूत संगठन

1932ईमे भारत भरिमे विदेशी वस्तुक बहिष्कार भए रहल छल। विदेशी कपड़ाक बहिष्कार भए रहल छल। शराब-बंदीक लेल कार्यकर्तालोकनि शराबक दोकान पर जाए पिकेटिंग करैत छलाह। मधुबनीक खादी उद्योग विकसित छल। काली किंकर दत्त लिखैत छथि जे एकटा हरिजनकें एहि खादी भंडारमे नौकरी सेहो देल गेल (History Of The Freedom Movement In Bihar Vol-ii, पृ. 200)

एम्हर मधुबनीमे कांग्रेसक संगठन बहुत मजबूत छल। ओ लोकनि अंग्रेजी सामान सभ बेचनिहार दोकानदार पर अपन दबाब बनौने रहथि। हुनकालोकनिक आदेश मानबाक लेल दोकानदार बाध्य छल। आ यैह कारण छल जे 1930ई. मे जखनि विदेशी वस्तुक बहिष्कारक लेल कांग्रेसी कार्यकर्ता पिकेटिंग करैत रहथि तँ सरकारक दिससँ हिनकालोकनिकें आपराधिक कानून संशोधन अधिनियमक धारा 15 के अंतर्गत दण्डित करबाक लेल अधिसूचना निकालल गेल। एहन अधिसूचना मधुबनीक लेल सेहो निकलल जे 1 दिसम्बर, 1930ई. केँ बाँटल गेल।

मधुबनी सदर आ राजनगरमे कांग्रेसक मजबूतीक संकेत भेटैत अछि।  1932ई. में मधुबनीक कांग्रेसी कार्यकर्ता बर्माक किराशन तेलक बहिष्कार सेहो कएने रहथि। बर्मा-शेल वाइल स्टोरेज एंड डिस्ट्रीब्यूटिंग कम्पनी ऑफ इंडिया लिमिटेड किरासनक बिक्री करैत छल। मधुबनीमे एकर बहिष्कार भेल छल। कांग्रेसी कार्यकर्ता दोकानकारकेँ एकरा बेचबासँ मना कएने रहथि। लिखित पर्चा बाँटल गेल छल। ओहि पर्चामे लिखल गेल छल जे जे दोकानदार एखर बिक्री करताह हुनकासँ 101 रुपया जुरमाना ओसूली कएल जाएत।

कांग्रेसक एहि घोषणासँ मधुबनी सदर आ राजनगरमे एकर बिक्री लगभग बंद भए चुलक छल जाहि पर चिन्तित भए बंगाल चैंबर ऑफ के सचिव 9 सितम्बर 1932ई.कें पत्रांक 2912-1932क द्वारा सरकारक मुख्य सचिव केँ पत्र लिखने रहथि जे सरकारकेँ एहि पर ध्यान देबाक चाही। एहि घटनासँ व्यापारिक संगठनकेँ बड़ हानि भए रहल अछि। एही पत्रमे मधुबनीक स्थिति पर प्रकाश दैत कहल गेल अछि जे 4 टा दोकानदारसँ 150 रुपया दण्ड असूलि लेल गेल अछि तेँ दोकानदार डेराएल अछि। मधुबनीक एस.डी.ओ. घोषणा कए चुकल छथि जे कांग्रेसी कार्यकर्ताकेँ एहि प्रकारक कोनो धनराशि देब अवैध थीक। एस.डी.ओ.क एहन घोषणाक बादो दोकानदारसँ ततेक डेराएल अछि जो किरासनक बिक्री बंद अछि। तेँ सरकारकेँ एहि पर कोनो ठोस डेग उठएबाक चाही।

एहि पत्राचारसँ मधुबनी आ राजनगरमे कांग्रेसक मजबूत संगठनक पता चलैत अछि। मुदा एहि विषय पर एखनि धरि विशेष काज नहिं भेल अछि।

राष्ट्रीय अभिलेखागार दिल्लीक एक दस्ताबेज सँ पता चलैत अछि मधुबनीक गंधवारि थानाक अंतर्गत गरम दलक क्रान्तिकारी सेहो रहथि। मधुबनी क्रान्तिकारी दल (मधुबनी रिवोल्यूसनरी पार्टी) क नामसँ एकटा संगठन छल। 6 जुलाई 1935ई.क रिपोर्टक अनुसार गंधवारि (Gandwar) गाममे बम बनएबाक क्रममे विस्फोट भेलासँ एक व्यक्तिक मृत्यु आ तीन व्यक्ति आहत होएबाक रिपोर्ट अछि।

मधुबनीमे स्वतंत्रता आन्दोलनक विवरण पर इतिहास लिखाएब बाँकी अछि।

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