नाम – सुशान्त कुमार

पिता नाम – डॉ. गौरीनाथ मिश्र ‘भास्कर’

पत्राचार – भास्कर भवन, जेल से पश्चिम, शिवपुरी, बेगूसराय (बिहार) 851101

शैक्षणिक योग्यता- एम.ए. (इतिहास), पी-एच. डी.

भाषा जानकारी – मैथिली, हिन्दी, अंग्रेजी और संस्कृत

सम्प्रति- उत्तरी बिहार के पुरातत्व एवं इतिहास पर स्वतन्त्र रूप से अध्ययन करते हुए शैक्षणिक एवं सह-शैक्षणिक क्रियाकलाप।

दरभंगा प्रक्षेत्र की पाषाण प्रतिमाएँ, डा. सुशान्त कुमार
दरभंगा प्रक्षेत्र की पाषाण प्रतिमाएँ, डा. सुशान्त कुमार

1. शैक्षणिक क्रियाकलाप

  • i. प्राकृतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से संबंधित क्षेत्रों का भ्रमण
  • ii. कार्यशाला, प्रशिक्षण
  • iii. राष्ट्रीय संगोष्ठी, सम्मेलन में शोधालेखों का वाचन, पाठन और प्रकाशन
  • iv. प्रकाशित एवं सम्पादित पुस्तक, पत्र-पत्रिका आदि

2. सह-शैक्षणिक क्रियाकलाप

  • i. साहित्य सृजन के तहत हिन्दी भाषा में कविता, कहानी, लेख, संस्मरण, यात्रावृत्तांत आदि लेखन एवं प्रकाशन
  • ii. डाक-टिकट संकलन

1. शैक्षणिक क्रियाकलाप

i. प्राकृतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से संबंधित क्षेत्रों का भ्रमण

  • 1. काशी प्रसाद जायसवाल शोध संस्थान, (उच्च शिक्षा विभाग) बिहार सरकार द्वारा 2008-2010 के दौरान दरभंगा एवं मधुबनी जिलों के ऐतिहासिक स्थलों एवं पुरातात्विक महत्व के स्थलों का सूचीकरण किया गया।
  • 2. पुरातत्व निदेशालय, कला युवा संस्कृति विभाग, बिहार सरकार द्वारा बिहार धरोहर सूचना संग्रह अभियान योजना के तहत बेगूसराय जिला के धरोहरों का अन्वेषण एवं सूचीकरण का कार्य 2013 में किया गया।
  • 3. प्रो. रॉब लिंगरौथ (एसोसिएट प्रोफेसर, कला इतिहास, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी, शिकागो, संयुक्त राज्य अमेरिका) के साथ  14 जनवरी, 2017 से 17 जनवरी, 2017 तक बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा एवं मधुबनी जिला के प्रतिमाओं का सर्वेक्षण कार्य किया गया।
  • 4. इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) के द्वारा दरभंगा जिला के प्राकृतिक धरोहरों के सूचीकरण का कार्य (2017-2020) किया गया।

ii. कार्यशाला, प्रशिक्षण

  • 1. मिथिला संस्कृत स्नातकोत्तर अध्ययन एवं शोध संस्थान, दरभंगा द्वारा ‘रिचर्स मेथडलॉजी इन इंडोलॉजी’ (प्राच्यविद्या) विषय में दिनांक 08.06.2007 से 16.06.2007 तक आयोजित   प्रशिक्षण में हिस्सा।
  • 2. बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण संस्थान, पटना द्वारा दिनांक 26 से 28 मार्च, 2008 तक ‘सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005’ विषय पर प्रशिक्षण में हिस्सा।
  • 3. मिथिला संस्कृत स्नातकोत्तर अध्ययन एवं शोध संस्थान, दरभंगा द्वारा ‘रिचर्स इन इंडोलॉजी’ विषय में दिनांक 25.02.2011 से 28.02.2011 तक आयोजित प्रशिक्षण में हिस्सा।
  • 4. इतिहास विभाग, ल.ना. मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा द्वारा ‘हिस्टोरिकल मेथडलॉजी’ विषय में दिनांक 11.09.2012 से 01.10.2012 तक आयोजित प्रशिक्षण में हिस्सा।
  • 5. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के अंतर्गत पुरातत्व निदेशालय द्वारा दिनांक 11 फ़रवरी, 2013 को पटना संग्रहालय, पटना में ‘पुरातात्विक धरोहर सूचना संग्रह’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला में हिस्सा।
  • 6. इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटैक), नयी दिल्ली द्वारा 23-26 अप्रैल, 2017 को ‘आयोजित क्षमता निर्माण’ कार्यशाला में हिस्सा।
  • 7. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार  (संग्रहालय निदेशालय) के अंतर्गत महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा द्वारा संग्रहालय सप्ताह के तहत दिनांक 24-31 जनवरी, 2018 तक ‘मिथिलाक्षर कार्यशाला’ में हिस्सा।
  • 8. भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर की स्वर्ण-जयन्ती प्रशिक्षण श्रृंखला के अन्तर्गत दिनांक 21 जुलाई – 27 जुलाई, 2018 तक ‘कैथी एवं मिथिलाक्षर लिपि’ हेतु आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण – कार्यशाला में हिस्सा।
  • 9. बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन, दरभंगा एवं पत्रकारिता पाठ्यक्रम, सी. एम. कॉलेज, दरभंगा द्वारा 19.05. 2019 को एक दिवसीय ‘पत्रकारिता प्रशिक्षण’ में हिस्सा।
  • 10. एम.सी. सी., एम. के. एस. इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस एवं रिसर्च लाइब्रेरी, एल. एन. मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा एवं राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन, नयी दिल्ली, के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 20.01.2020 से 24.01.2020 तक ‘पाण्डुलिपियों एवं दुर्लभ पुस्तकों की प्रतिरोधात्मक संरक्षण/डिजिटाईजेशन’ की पाँच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में हिस्सा।
  • 11. भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर के तत्वावधान में 2-3 मार्च, 2020 को दो दिवसीय ‘मैथिली में कम्प्यूटेशनल संसाधन कार्यशाला’ प्रशिक्षण में हिस्सा।
  • 12. रथ, नयी दिल्ली द्वारा लक्ष्मीश्वर पब्लिक लाइब्रेरी, दरभंगा में 8 मार्च, 2020 को ‘प्रिवेंटिव कंज़र्वेशन ऑफ आर्काइवल मैटेरियल्स’ से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला में हिस्सा।

iii. राष्ट्रीय संगोष्ठी, सम्मेलन में शोधालेखों का वाचन, पाठन और प्रकाशन

(1) राष्ट्रीय संगोष्ठी, सम्मेलन में शोधालेखों का वाचन और पाठन

  • 1. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 63 वां अधिवेशन, 26-28 दिसम्बर, 2002, अमृतसर, (पंजाब) में “विद्यापति की लिखनावली में वर्णित मिथिला समाज के कुछ पहलू” नामक आलेख आलेख मध्यकालीन भारत प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 2. प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग, ए. एच. एस. ए. कॉलेज, मधुबनी द्वारा दिनांक 9-10जून, 2007 को आयोजित ‘मिथिला लोक संस्कृति के आयाम’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “मिथिला के लोक नाट्य परम्परा एवं इसकी प्रासंगिकता” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 3. ए. एच. एस. ए. कॉलेज, मधुबनी द्वारा दिनांक 6-7 दिसम्बर, 2008 को आयोजित ‘मिथिला की संस्कृति और भूमण्डलीकरण’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “भूमंडलीकरण में मिथिला” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 4. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 69 वां अधिवेशन, 26-28 दिसम्बर, 2008, कन्नूर, (केरल) में “मज्झिम निकाय के आधार पर अंगुत्तराप की विभिन्न स्थिति” नामक आलेख आलेख प्राचीन भारत प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 5. बिहार राज्य अभिलेखागार निदेशालय द्वारा प्रायोजित दिनांक 30 जनवरी, 2010 को आयोजित ‘महाराजा रामेश्वर सिंह क्षेत्रीय अभिलेखागार दरभंगा के इतिहास स्रोत’ विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी में “मिथिला के इतिहास स्रोत में कर्णाट कला की विष्णु प्रतिमा” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 6. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 71 वां अधिवेशन, 11-13 फ़रवरी,2011 मालदा (पश्चिम बंगाल) में “बेनीपट्टी अनुमंडल से प्राप्त विष्णु की स्थानक प्रतिमाएं” नामक आलेख पुरातत्व प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 7.  मिथिला इतिहास संस्थान के द्वितीय द्विवार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन 2-3 अप्रैल, 2011 में “विद्यापति कृत लिखनावली के आधार पर तत्कालीन मिथिला की आर्थिक स्थिति” नामक आलेख मध्यकालीन मिथिला इतिहास प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 8. इतिहास विभाग, एम.के.कॉलेज, दरभंगा एवं मिथिला इतिहास संस्थान द्वारा दिनांक 12-13 नवम्बर, 2011 को आयोजित ‘भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और बिहार के किसान’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “बेगूसराय जिला में किसान संघर्ष” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 9. बिहार इतिहास परिषद के सप्तम अधिवेशन, 19-20 नवम्बर, 2011 को विश्वविद्यालय इतिहास विभाग, बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर में “नावकोठी का किसान संघर्ष” नामक आलेख प्रस्तुत।
  • 10. बिहार राज्य अभिलेखागार निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, पटना द्वारा दिनांक 28-29 नवम्बर, 2011 को आयोजित ‘आधुनिक बिहार का सृजन और राष्ट्र निर्माण में बिहार की भूमिका’ विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी में “बिहार के सृजन और आधुनिक बिहार के निर्माण में दरभंगा राज की भूमिका” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 11. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 72 वां अधिवेशन, 10-13 दिसम्बर,2011 पटियाला (पंजाब) में “सलेमपुर (मधुबनी) से प्राप्त विष्णु के वराह रूप की प्रतिमा का अध्ययन” नामक आलेख पुरातत्व प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 12. मिथिला संस्कृत स्नातकोत्तर अध्ययन एवं शोध संस्थान, दरभंगा, उच्च शिक्षा विभाग, बिहार सरकार द्वारा दिनांक 11-12 मार्च, 2012 को आयोजित ‘भारत नेपाल की साझी संस्कृति’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “भारत-नेपाल की साझा संस्कृति में पूर्व मध्यकालीन मूर्तिकला” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 13. विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग, ल.ना.मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा द्वारा दिनांक 24-25 मार्च, 2012 को आयोजित ‘भारतीय वाड्मय में  वर्णित श्री कृष्ण चरित की प्रासंगिकता’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “प्रतिमा विज्ञान के संदर्भ में श्रीकृष्ण” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 14. महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह मेमोरियल महाविद्यालय, दरभंगा एवं प्रगतिशील लेखक संघ (दरभंगा इकाई) द्वारा दिनांक 30-31 मार्च, 2012 को आयोजित ‘यात्री – नागार्जुन की साहित्य-साधना’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “यात्री – नागार्जुन के प्रकाशित पत्रों पर एक दृष्टि” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 15. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 73 वां अधिवेशन, 28-30 दिसम्बर,2012 मुम्बई (महाराष्ट्र) में “The importance of Patrakoumdi, Lekhpaddhati and likhnawali” नामक आलेख मध्यकालीन भारतीय प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 16. दर्शनशास्त्र विभाग, कोशी कॉलेज, खगड़िया एवं दर्शनशास्त्र विभाग, एम.एस. कॉलेज, अलौली, सोनिहार, खगड़िया द्वारा दिनांक 14-15 जुलाई, 2013 को आयोजित ‘अद्वैत वेदान्त एवं बौद्ध दर्शन : सिद्धान्त एवं सामाजिक सन्दर्भ’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “पूर्व मध्यकालीन मिथिला के सामाजिक संदर्भ में बौद्ध धर्म और दर्शन” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 17. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 74 वां अधिवेशन, 28-30 दिसम्बर,2013 कटक (ओडिशा) में “The importance of Vidyapati’s Book likhnawali” नामक आलेख मध्यकालीन भारतीय प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 18. बिहार दर्शन परिषद के 36 वें वार्षिक अधिवेशन, 30-31मार्च, 2014 को सी. एम.कॉलेज, दरभंगा में “पूर्व मध्यकालीन मिथिला के दार्शनिक शासक” नामक आलेख प्रस्तुत।
  • 19. बिहार इतिहास परिषद के अष्टम अधिवेशन, 05-06 जुलाई, 2014 को एल. एन. कॉलेज, भगवानपुर, वैशाली (बिहार) में “क्या पूर्व मध्यकालीन तिरहुत में पाल शासन था?” नामक आलेख प्रस्तुत।
  • 20. संस्कृत विभाग, जमशेदपुर वर्कर्स महाविद्यालय, जमशेदपुर  द्वारा दिनांक 13-14 सितम्बर, 2014 को आयोजित ‘संस्कृत वाङमय में वैज्ञानिक तत्व’ विषयक त्रि दिवसीय अन्ताराष्ट्रियशोधसंगोष्ठी में “भारतीय दर्शन की विज्ञानपरक अवधारणा के संदर्भ में बौद्ध धर्म और दर्शन” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 21. इतिहास विभाग, ल.ना. मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा द्वारा दिनांक 22-23 नवम्बर, 2014 को आयोजित ‘भारत-नेपाल सम्बन्ध : संभूत और संभावना’ विषयक दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में “भारत-नेपाल के साझा संस्कृति में लोकगीत और लोकगाथायें” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 22. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 75 वां अधिवेशन, 28-30 दिसम्बर,2014 नई दिल्ली में “उत्तर बिहार में अंगुत्तराप, वेट्टद्वीप और अलकप्प की खोज” नामक आलेख प्राचीन भारतीय प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 23. प्राचीन भारतीय इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग, ल.ना. मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा द्वारा दिनांक 16-17 जनवरी, 2015 को आयोजित ‘पुरातत्व और संस्कृति : मिथिला के विशेष संदर्भ में’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “दरभंगा जिला का पुरातत्व” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 24. संस्कृत विभाग, चन्द्रधारी मिथिला महाविद्यालय, दरभंगा एवं डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन, दरभंगा द्वारा दिनांक 26 जुलाई, 2015 को आयोजित ‘संस्कृत वाङमय में वर्णित मानवीय मूल्यों की प्रासंगिकता’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “रघुवंश में वर्णित गुरु-शिष्य सम्बन्धी मानवीय मूल्य” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 25. दर्शनशास्त्र विभाग, एम. आर. एम. कॉलेज, दरभंगा एवं संस्कृत विभाग, सी. एम. कॉलेज, दरभंगा द्वारा दिनांक 29-30 नवम्बर, 2015 को आयोजित ‘भारतीय दर्शन के विकास में मिथिला का योगदान’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “याज्ञवल्क्य स्मृति : एक दार्शनिक दृष्टि” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 26. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 76 वां अधिवेशन, 27-29 दिसम्बर,2015 मालदा (पश्चिम बंगाल) में “पूर्व मध्यकालीन अंतरराज्यीय सम्बन्धों में तिरहुत” नामक आलेख मध्यकालीन भारतीय प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 27. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग (संग्रहालय निदेशालय) बिहार सरकार के अंतर्गत दिनांक 16 जनवरी, 2016 को बेगूसराय संग्रहालय, बेगूसराय में आयोजित ‘अंग एवं अंगुत्तराप की कला एवं संस्कृति’ विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी में “क्या बेगूसराय प्रक्षेत्र अंगुत्तराप है?” विषयक  शोध आलेख प्रस्तुत।
  • 28. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 77 वां अधिवेशन, 28-30 दिसम्बर,2016 तिरुवनंतपुरम (केरल) में “दरभंगा प्रक्षेत्र से प्राप्त मूर्तियों की संक्षिप्त जानकारी” नामक आलेख पुरातत्व प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 29. विश्वविद्यालय दर्शनशास्त्र विभाग, ल. ना. मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा द्वारा दिनांक 10 मार्च, 2017 को आयोजित ‘गाँधीदर्शन में सर्वधर्मसमभाव’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “गाँधी की धार्मिक सहिष्णुता के आधार तत्व” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 30. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग (संग्रहालय निदेशालय) बिहार सरकार के अंतर्गत गाँधी स्मारक संग्रहालय, भितीहरवा पश्चिम चंपारण में दिनांक 11 मार्च, 2018 को आयोजित ‘चंपारण के इतिहास एवं पुरातत्व’ विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी में “चंपारण प्रक्षेत्र : कर्णाट कला की जन्मस्थली” विषयक  शोध आलेख प्रस्तुत।
  • 31. बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, पटना; आर्यावर्त, पटना; प्राकृत, जैनशास्त्र एवं अंहिसा शोध संस्थान, उच्च शिक्षा विभाग, बिहार सरकार, वैशाली एवं बी. एम. ए. महाविद्यालय, दरभंगा द्वारा दिनांक 05 अगस्त, 2018 को आयोजित ‘गौरवशाली बिहार : अतीत और वर्तमान’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “पूर्व मध्यकालीन उत्तरी बिहार में पाल कला से इतर अन्य शासन के अभिलेखीय साक्ष्य” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 32. अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना; भारतीय इतिहास संकलन समिति, काशी प्रांत द्वारा दिनांक 01-02 जून, 2019 को आयोजित ‘भारतीय इतिहास लेखन : परम्परा एवं परिप्रेक्ष्य’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “भारतीय इतिहास लेखन में मिथिला का इतिहास लेखन” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 33. स्नातकोत्तर इतिहास विभाग, विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद एवं अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना की झारखंड इकाई द्वारा दिनांक 15-16 जून, 2019 को आयोजित आधुनिक भारत के निर्माण में ‘सुभाष चन्द्र बोस का योगदान’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सुभाष चन्द्र बोस और बेगूसराय” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 34. इतिहास विभाग, एल. एन. कॉलेज, भगवानपुर, वैशाली; मौलाना अबुल कलाम आज़ाद इंस्टीट्यूट ऑफ एशियन स्टडीज,कोलकाता द्वारा दिनांक 26-27 जुलाई, 2019 को आयोजित ‘एशिया में प्राचीन समय से आधुनिक काल तक प्रवजन पर चर्चा – एक ऐतिहासिक विमर्श’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “प्रारंभिक मध्यकालीन उत्तरी बिहार में पुरातात्विक स्रोत के आधार पर प्रवास संबंधी जानकारी” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 35. महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा; मैथिली साहित्य संस्थान, पटना एवं इंटैक, दरभंगा चैप्टर द्वारा दिनांक 24 नवम्बर, 2019 को आयोजित ‘दरभंगा के स्वतंत्रता सेनानी’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “कमलेश्वरी चरण सिन्हा एवं नेशनल स्कूल दरभंगा” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।
  • 36. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 80 वां अधिवेशन, 28-30 दिसम्बर,2013 कन्नूर (केरल) में “सत्यनारायण सत्यार्थी : एक पुरातात्विक अन्वेषक” नामक आलेख पुरातत्व प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 37. बिहार इतिहास परिषद के नवम अधिवेशन, 8-9 फ़रवरी,2020 को विश्वविद्यालय इतिहास विभाग, बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर में “प्रारंभिक मध्यकालीन पाषाण प्रतिमाओं में कीर्तिमुख (मधुबनी जिला के विशेष सन्दर्भ में)” नामक आलेख प्रस्तुत।
  • 38. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग (संग्रहालय निदेशालय) बिहार सरकार के अंतर्गत महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा में दिनांक 9 फरवरी, 2020 को आयोजित ‘मिथिला की कला एवं पुरातत्व’ विषयक एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय विद्वत संगोष्ठी में “क्या मधुबनी जिला में निर्मित 12 वीं सदी की पाषाण प्रतिमाएं कर्णाट कला शैली की है?” विषयक  शोध आलेख की प्रस्तुति।
  • 39. पण्डित कमलापति त्रिपाठी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, चन्दौली द्वारा दिनांक 17-18 फ़रवरी, 2020 को आयोजित ‘राष्ट्र, राष्ट्रीयता और राष्ट्रवाद : संक्रमण में भारत’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में प्रारंभिक मध्यकालीन पूर्वी भारतीय मूर्तिकला शैली में कर्णाट-सेन कला” विषयक शोध पत्र प्रस्तुत।

(2) व्याख्यान, विद्वद्-भाषण

  • 1. 16-17 मार्च, 2018 को भामती – वाचस्पति स्मारक निर्माण समिति द्वारा वाचस्पति स्मृति पर्व समारोह, 2018 में 17 मार्च को आयोजित कार्यक्रम में वक़्ता के रूप में आमन्त्रित।
  • 2. 19 से 21 दिसम्बर, 2018 तक राजनगर, मधुबनी में आयोजित मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल में 20 दिसम्बर, 2018 को ‘मिथिला में पुरातात्विक संरक्षण आ समस्या’ विषयक सत्र (पुरातत्वविद डॉ विजयकांत मिश्र समर्पित सत्र) में एक वक़्ता के रूप में आमंत्रित।
  • 3. 27 दिसम्बर, 2018 को विष्णुपुरी तरौनी ग्राम सेवा समिति द्वारा कृष्णाघर, बड़की तरौनी, दरभंगा में महामहोपाध्याय श्री परमेश्वर झा जयन्तोत्सव के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में महामहोपाध्याय श्री परमेश्वर झा के व्यक्तित्व एवं कृतित्त्व पर चर्चा में एक वक़्ता के रूप में आमंत्रित।
  • 4. महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा द्वारा आयोजित संग्रहालय सप्ताह (24-31 जनवरी, 2019) के अंतर्गत  दिनांक 24 जनवरी, 2019 को महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा; 27 जनवरी, 2019 को बिरौल अनुमंडल मुख्यालय; 28 जनवरी, 2019 को बेनीपुर अनुमंडल मुख्यालय तथा 31 जनवरी, 2019 को दरभंगा अनुमंडल मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में धरोहर संरक्षण विषयक भाषण हेतु आमन्त्रित।
  • 5. 30 जनवरी, 2019 को गाँधी स्मारक संग्रहालय, भितिहरवा (पश्चिमी चंपारण) में महात्मा गाँधी के शहादत दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में एक वक़्ता के रूप में आमन्त्रित।
  • 6. 18-19 मार्च, 2019 को गाँधी स्मारक संग्रहालय, भितिहरवा (पश्चिमी चंपारण) में महात्मा गाँधी के 150 वें जयन्ती वर्ष में आयोजित कार्यक्रम में 19 मार्च, 2019 को एक वक़्ता के रूप में भाषण देने हेतु आमन्त्रित।
  • 7. 18 अप्रैल, 2019 को इंडियन नेशनल ट्रस्ट फ़ॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज, पटना; बिहार पुराविद परिषद, पटना; पटना संग्रहालय, पटना; मैथिली साहित्य संस्थान, पटना एवं फेसेस, पटना द्वारा विश्व विरासत दिवस के अवसर पर पटना संग्रहालय सभागार में ‘बिहार के धरोहर संरक्षण’ विषय पर विद्वत्त संगोष्ठी में एक वक़्ता के रूप में आमन्त्रित।
  • 8. 04 से 08 जून, 2019 तक के. एम. एस. नॉलेज सर्विसेज, नई दिल्ली एवं विश्वमाया चैरिटेबल ट्रस्ट, बेगूसराय द्वारा संत पॉल मॉर्डन विद्यालय, बखरी, बेगूसराय में रेनबो टाउन समर कैंप प्रशिक्षण कार्यक्रम में बच्चों में पर्सनालिटी डेवलपमेंट एवं मोटिवेटन हेतु वक़्ता के रूप में आमन्त्रित।
  • 9. 14 नवम्बर, 2019 को देवकुली (बाबा वर्धमानेश्वर नाथ महादेव मंदिर प्रांगण) बहादुरपुर, दरभंगा में कवि कोकिल विद्यापति की प्रतिमा हेतु भूमि-पूजन कार्यक्रम के अवसर पर क्षेत्रीय इतिहास एवं पुरातत्व पर आयोजित परिचर्चा में एक वक़्ता के रूप में आमन्त्रित।
  • 10. 15-16 जनवरी, 2020 को महात्मा गाँधी के 150 वें जयन्ती वर्ष में आयोजित ‘गाँधी और युवा मेल मिलाप’ विषयक दो दिवसीय कार्यक्रम के अवसर पर चंद्रहटी भजन कुटीर आश्रम, मुजफ्फरपुर में रामनन्दन मिश्र की जयन्ती पर रामनन्दन मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर एक वक़्ता के रूप में आमन्त्रित।
  • 11. महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा द्वारा आयोजित संग्रहालय सप्ताह (24-31 जनवरी, 2020) के अंतर्गत  दिनांक 25 जनवरी, 2020 को मधुबनी जिला मुख्यालय स्थित रोज़ पब्लिक स्कूल; 27 जनवरी, 2020 को मधुबनी जिला अन्तर्गत झंझारपुर अनुमंडल मुख्यालय तथा 29 जनवरी, 2020 को दरभंगा जिला मुख्यालय अन्तर्गत वुडबाइन स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में धरोहर संरक्षण विषयक भाषण हेतु आमन्त्रित।
  • 12. 5 फ़रवरी, 2020 को लवानी, बेनीपुर, दरभंगा में दरभंगा जिला के इतिहास, पुरातत्व, प्रकृति और आयुर्वेद विषयक विचार गोष्ठी में आमन्त्रित।

(2) (i) राष्ट्रीय संगोष्ठी, सम्मेलन के प्रोसीडिंग्स में शोधालेखों का प्रकाशन

  • 1. विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग, ल.ना.मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा द्वारा दिनांक 24-25 मार्च, 2012 को आयोजित ‘भारतीय वाड्मय में  वर्णित श्री कृष्ण चरित की प्रासंगिकता’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “प्रतिमा विज्ञान के संदर्भ में श्रीकृष्ण” विषयक शोध पत्र प्रोसीडिंग्स में प्रकाशित। प्रोसीडिंग्स पुस्तक का नाम – श्रीकृष्ण, सम्पादक – डॉ. रवीन्द्र नारायण चौरसिया, प्रकाशक – शब्दसत्ता प्रकाशन, दिल्ली। प्रकाशन वर्ष – 2012, पृष्ठ संख्या – 63 से 71 तक, ISBN : 978-81-925470-8-4
  • 2. दर्शनशास्त्र विभाग, कोशी कॉलेज, खगड़िया एवं दर्शनशास्त्र विभाग, एम.एस. कॉलेज, अलौली, सोनिहार, खगड़िया द्वारा दिनांक 14-15 जुलाई, 2013 को आयोजित ‘अद्वैत वेदान्त एवं बौद्ध दर्शन : सिद्धान्त एवं सामाजिक सन्दर्भ’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “पूर्व मध्यकालीन मिथिला के सामाजिक संदर्भ में बौद्ध धर्म और दर्शन” विषयक शोध पत्र प्रोसीडिंग्स में प्रकाशित। प्रोसीडिंग्स पुस्तक का नाम – अद्वैत वेदान्त एवं बौद्ध दर्शन : सिद्धान्त एवं सामाजिक सन्दर्भ‘, सम्पादक – डॉ. ईश्वर चन्द्र, प्रकाशक – इम्प्रेशन पब्लिकेशन, पटना।, पृष्ठ संख्या – 99 से 109 तक, ISBN : 978-81-906148-8-7
  • 3. संस्कृत विभाग, चन्द्रधारी मिथिला महाविद्यालय, दरभंगा एवं डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन, दरभंगा द्वारा दिनांक 26 जुलाई, 2015 को आयोजित ‘संस्कृत वाङमय में वर्णित मानवीय मूल्यों की प्रासंगिकता’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “रघुवंश में वर्णित गुरु-शिष्य सम्बन्धी मानवीय मूल्य” विषयक शोध पत्र प्रोसीडिंग्स में प्रकाशित। प्रोसीडिंग्स पुस्तक का नाम – प्रेरणा, सम्पादक – डॉ. रवीन्द्र नारायण चौरसिया, डॉ. अंजू नारायण, प्रकाशक – सत्यम पब्लिकेशन, पटना।, प्रकाशन वर्ष – 2015, पृष्ठ संख्या – 64 से 71 तक, ISBN : 978-81-926605-2-3
  • 4. दर्शनशास्त्र विभाग, एम. आर. एम. कॉलेज, दरभंगा एवं संस्कृत विभाग, सी. एम. कॉलेज, दरभंगा द्वारा दिनांक 29-30 नवम्बर, 2015 को आयोजित ‘भारतीय दर्शन के विकास में मिथिला का योगदान’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “याज्ञवल्क्य स्मृति : एक दार्शनिक दृष्टि” विषयक शोध पत्र का प्रोसीडिंग्स प्रकाशित। प्रोसीडिंग्स पुस्तक का नाम – तत्वमसि,  सम्पादक – डॉ. आर.एन. चौरसिया, डॉ. शिखर वासिनी, प्रकाशक – साहित्य भारती प्रकाशन, पटना, नयी दिल्ली। प्रकाशन वर्ष – 2015, पृष्ठ संख्या – 130 से 141 तक, ISBN : 978-81-81566-01-0

(2) (ii) राष्ट्रीय संगोष्ठी, सम्मेलन के दौरान प्रकाशित स्मारिका में शोधालेखों का सार-संक्षेप,

  • 1. गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा दिनांक 20-22 नवम्बर, 2009 को आयोजित ‘विश्व वेद सम्मेलन’ में “वेद, वैदिक दर्शन और भूमण्डलीकरण” विषयक शोध पत्र सारांश गुरुकुल शोध पत्रिका विशेषांक में प्रकाशित, पृष्ठ – 111.
  • 2. महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह मेमोरियल महाविद्यालय, दरभंगा एवं प्रगतिशील लेखक संघ (दरभंगा इकाई) द्वारा दिनांक 30-31 मार्च, 2012 को आयोजित ‘यात्री – नागार्जुन की साहित्य-साधना’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “यात्री – नागार्जुन के प्रकाशित पत्रों पर एक दृष्टि” विषयक शोध पत्र सारांश संगोष्ठी के स्मारिका में प्रकाशित, पृष्ठ – 50.
  • 3. बिहार दर्शन परिषद के 36 वें वार्षिक अधिवेशन, 30-31मार्च, 2014 को सी. एम.कॉलेज, दरभंगा में “पूर्व मध्यकालीन मिथिला के दार्शनिक शासक” नामक आलेख का सारांश अधिवेशन के स्मारिका ‘प्रेरणा’ में प्रकाशित, पृष्ठ – 15.
  • 4. संस्कृत विभाग, गौहाटी विश्वविद्यालय, गौहाटी (असम) द्वारा दिनांक 2-4 जनवरी, 2015 को आयोजित 47 वां अखिल भारतीय प्राच्य विद्या सम्मेलन के अधिवेशन में प्रकाशित पुस्तक  शोध निबन्ध सार संग्रह में ‘पूर्व मध्यकालीन तिरहुत के शासक : एक संक्षिप्त चर्चा’ विषयक सारांश प्रकाशित, पृष्ठ – 316 ISBN 978-93-81485-42-2
  • 5. दर्शनशास्त्र विभाग, एम. आर. एम. कॉलेज, दरभंगा एवं संस्कृत विभाग, सी. एम. कॉलेज, दरभंगा द्वारा दिनांक 29-30 नवम्बर, 2015 को आयोजित ‘भारतीय दर्शन के विकास में मिथिला का योगदान’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “याज्ञवल्क्य स्मृति : एक दार्शनिक दृष्टि” विषयक शोध पत्र का सारांश अधिवेशन के स्मारिका ‘प्रणव’ में प्रकाशित, पृष्ठ – 12.
  • 6. बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, पटना; आर्यावर्त, पटना; प्राकृत, जैनशास्त्र एवं अंहिसा शोध संस्थान, उच्च शिक्षा विभाग, बिहार सरकार, वैशाली एवं बी. एम. ए. महाविद्यालय, दरभंगा द्वारा दिनांक 05 अगस्त, 2018 को आयोजित ‘गौरवशाली बिहार : अतीत और वर्तमान’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “पूर्व मध्यकालीन उत्तरी बिहार में पाल कला से इतर अन्य शासन के अभिलेखीय साक्ष्य” विषयक शोध पत्र का सारांश अधिवेशन के स्मारिका ‘बिहारम’ में प्रकाशित, पृष्ठ – 93-94.
  • 7. इतिहास विभाग, एल. एन. कॉलेज, भगवानपुर, वैशाली; मौलाना अबुल कलाम आज़ाद इंस्टीट्यूट ऑफ एशियन स्टडीज,कोलकाता द्वारा दिनांक 26-27 जुलाई, 2019 को आयोजित ‘एशिया में प्राचीन समय से आधुनिक काल तक प्रवजन पर चर्चा – एक ऐतिहासिक विमर्श’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में “प्रारंभिक मध्यकालीन उत्तरी बिहार में पुरातात्विक स्रोत के आधार पर प्रवास संबंधी जानकारी” विषयक शोध पत्र का सारांश अधिवेशन के स्मारिका में प्रकाशित, पृष्ठ – 51.

(3) शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित आलेख

ISSN के साथ

  • 1. “मिथिला के इतिहास स्रोत में कर्णाट कला की विष्णु प्रतिमा” शोध पत्र ‘संघ भारती’ त्रैमासिकी के जुन – अगस्त, 2011, वर्ष – 33, अंक – 127 में प्रकाशित, पृष्ठ- 57-68. ISSN 2249-0876 (प्रकाशित आलेख बिहार राज्य अभिलेखागार निदेशालय द्वारा प्रायोजित दिनांक 30 जनवरी, 2010 को आयोजित ‘महाराजा रामेश्वर सिंह क्षेत्रीय अभिलेखागार दरभंगा के इतिहास स्रोत’ विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी में प्रस्तुत)।
  • 2. “बेनीपट्टी अनुमंडल से प्राप्त विष्णु की स्थानक प्रतिमाएं” नामक आलेख ‘संघ भारती’ षडमासिकी के जुन – अगस्त, 2011, वर्ष – 33, अंक – 128 में प्रकाशित, पृष्ठ- 36-41. ISSN 2249-0876 (प्रस्तुत आलेख इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 71 वां अधिवेशन, 11-13 फ़रवरी,2011 मालदा (पश्चिम बंगाल) में  पुरातत्व प्रभाग में प्रस्तुत)।
  • 3. “क्या पूर्व मध्यकालीन तिरहुत अंधकारमय था” नामक आलेख मूल्यांकन नामक अर्द्ध वार्षिक पत्रिका में प्रकाशित, पृष्ठ- 108-119 ISSN 2319-3123
  • 4. “पूर्व मध्यकालीन अंतर्राज्यीय संबंध” शोध पत्र ‘संघ भारती’ त्रैमासिकी के अक्टूबर – दिसम्बर, 2016, वर्ष – 37, अंक – 145 में प्रकाशित, पृष्ठ – 37-50. ISSN 2249-0876
  • 5. “मिथिलाक किछु पुरास्थलक भ्रमण विदेशी कला मर्मज्ञ संग” नामक आलेख ‘मिथिला भारती’ के भाग 4 (N. S.) अंक 1-4, 2017 में प्रकाशित, पृष्ठ – 50-56, ISSN 2349-834X
  • 6. “क्या पूर्व मध्यकालीन तिरहुत में पाल शासन था?” शोध पत्र ‘संघ भारती’ त्रैमासिकी के जनवरी- जून, 2018 (संयुक्ताक) वर्ष – 39, अंक – 150-151 में प्रकाशित, पृष्ठ – 39-49. ISSN 2249-0876 (प्रस्तुत आलेख बिहार इतिहास परिषद के अष्टम अधिवेशन, 05-06 जुलाई, 2014 को एल. एन. कॉलेज, भगवानपुर, वैशाली (बिहार) में  नामक प्रस्तुत)।
  • 7. “बिहार की मूर्तिकला : एक विहंगम दृष्टि” नामक शोधालेख ‘दी कोर’ हिन्दी मासिक के भारतीय मूर्तिकला विशेषांक अप्रैल, 2018 में प्रकाशित, पृष्ठ – 41- 43 ISSN 2456-5393.
  • 8. “तीर भुक्ति में कर्णाट शासन के दौरान नवीन कला शैली का उदय और विकास” नामक आलेख ‘संघ भारती’ त्रैमासिकी के जुलाई- सितम्बर, 2018 वर्ष – 39, अंक – 152 में प्रकाशित, पृष्ठ – 65-70. ISSN 2249-0876
  • 9. “Traces of Buddhism in Mithila (North Bihar) (With special reference of Darbhanga region) नामक आलेख प्रज्ञा 2018 में प्रकाशित, page – 54-58, ISSN 2250-1983
  • 10.”मिथिलाक किछु दुर्लभ प्रतिमाक अवलोकन” नामक आलेख ‘मिथिला भारती’ के भाग 5 अंक I-IV, 2018 में प्रकाशित, पृष्ठ – 26-29, ISSN 2349-834X
  • 11.”सिमरौंवगढ़क (नेपाल) परिभ्रमण” नामक आलेख ‘मिथिला भारती’ के भाग 6 अंक I-IV, 2019 में प्रकाशित, पृष्ठ – 12-16, ISSN 2349-834X

(ISSN के बिना)

  • 1. “मज्झिम निकाय (गहपति वग्ग) के आधार पर अंगुत्तराप की विभिन्न स्थिति” नामक आलेख ‘जर्नल ऑफ सोशल रिअलिटी’ के अक्टूबर-दिसम्बर, 2009 अंक में प्रकाशित, पृष्ठ – 15-19। यह आलेख इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 69 वां अधिवेशन, 26-28 दिसम्बर, 2008, कन्नूर, (केरल) के प्राचीन भारत प्रभाग में प्रस्तुत।
  • 2. “पूर्व मध्यकालीन दरभंगा प्रक्षेत्र की बौद्ध प्रतिमाएँ” नामक आलेख ‘मिथिला प्राच्य प्रभा’ स्नातकोत्तर प्राचीन भारतीय इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा के विभागीय शोध पत्रिका के प्रथम अंक – 2012 में प्रकाशित, पृष्ठ – 124-128।

(4) अभिनंदन/स्मृति ग्रन्थों/पुस्तकों में शोधालेखों का प्रकाशन

(ISBN के साथ)

  • 1. 2018 में “मिथिला की विशिष्ट प्रतिमाएं” शीर्षक से एक आलेख ‘अहिबात’ नामक पुस्तक में प्रकाशित। सम्पादक – सुशान्त कुमार मिश्र, देव शंकर नवीन, प्रकाशक – लंगेर्स इंटरनेशनल, नयी दिल्ली। पृष्ठ- 42-48, ISBN : 978-93-85478-89-5
  • 2. 2019 में “क्या महाकवि विद्यापति के सेवक उगना मिथक हैं?” शीर्षक से एक आलेख ‘भारतीय संस्कृति’ नामक पुस्तक में प्रकाशित। सम्पादक – आचार्य डॉ. जगन्नाथ झा, प्रकाशक – मनीष-प्रकाशन, वाराणसी। पृष्ठ – 92-97 ISBN : 978-93-8007-13-9
  • 3. 2020 में “बेगूसराय जिले की प्रारंभिक मध्यकालीन मूर्तिकला का अध्ययन आवश्यक” शीर्षक से एक आलेख ‘बेगूसराय का इतिहास एवं पुरातत्व’ (आलेख संग्रह) नामक पुस्तक में प्रकाशित। सम्पादक- डॉ. शैलेश कुमार सिन्हा, प्रकाशक – लक्की इंटरनेशनल, नयी दिल्ली। पृष्ठ – 212-214 ISBN : 978-93-83514-51-9

(ISBN के बिना)

  1. 2018 में “चन्द्रधारी संग्रहालय दरभंगा के सन्दर्भ में संरक्षित पाषाण प्रतिमाएँ” शीर्षक से एक आलेख ‘प्रो. कृष्णकान्त मिश्र : कृति ओ स्मृति’ नामक पुस्तक में प्रकाशित। सम्पादक- भीमनाथ झा प्रकाशक – डॉ. श्रवण कुमार चौधरी, दरभंगा। पृष्ठ – 594-606.

(5) अन्यान्य प्रकाशन

(1). समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं में प्रकाशित लेख

समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं में प्रकाशित लेख

  • 1. लोकतंत्र की बुनियाद (हिन्दी मासिक), दिल्ली से प्रकाशित पत्रिका के , 2018 के अंक में ‘ ‘ नामक शीर्षक लेख, पृष्ठ –
  • 2. लोकतंत्र की बुनियाद (हिन्दी मासिक), दिल्ली से प्रकाशित पत्रिका के अगस्त, 2019 के अंक में ‘बेगूसराय जिले की प्रारंभिक मध्यकालीन मूर्तिकला का अध्ययन आवश्यक’ नामक शीर्षक लेख, पृष्ठ – 20-21.

(2). स्मारिका में प्रकाशित लेख

  • 1. 2012 में सीटी न्यूज़, बेगूसराय द्वारा प्रकाशित स्मारिका में ‘बेगूसराय में उद्योगों की संक्षिप्त चर्चा’ नामक लेख, पृष्ठ 56.
  • 2. अप्रैल, 2015 में मिथिला विभूति पर्व समारोह आयोजन समिति (लोहा), मधुबनी द्वारा आयोजित एम. एस. सी. उच्च विद्यालय, लोहा के हीरक जयंती समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका में ‘पूर्व मध्यकालीन भारतीय इतिहास में ढंगा प्रक्षेत्र’ नामक लेख, पृष्ठ – 56-60.
  • 3. 2018 में उदयन सेवा संस्थान, समस्तीपुर द्वारा उदयनाचार्य पर्व समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका में ‘करियन की पाषाण प्रतिमाएँ’ नामक लेख, पृष्ठ – 27-28.
  • 4. नवम्बर, 2018 में आदर्श नवयुवक संघ, पुतई, दरभंगा के स्वर्णजयंती समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका में ‘नाट्य शास्त्र की पृष्ठभूमि’ नामक लेख, पृष्ठ – 35-37.
  • 5. मार्च, 2019 में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सौजन्य से जिला प्रशासन, मधुबनी द्वारा आयोजित वाचस्पति महोत्सव के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘वाचस्पति दर्पण’ में “अंधराठाढ़ी के पुरातात्विक साक्ष्यों से निकले कुछ सवाल” नामक लेख, पृष्ठ – 31-32.
  • 6. 2019 में विद्यापति सेवा संस्थान, दरभंगा द्वारा 47 वां मिथिला विभूति पर्व समारोह के अवसर पर प्रकाशित वार्षिक स्मारिका ‘अर्पण’ में ‘मधुबनी जिलाक कलुआही प्रखंड अंतर्गत ढंगा हरिपुर बख्शी टोलक महत्व’ नामक (मैथिली भाषा मे लिखित) लेख, पृष्ठ – 75-76.

iv. लिखित एवं सम्पादित पुस्तक, पत्र-पत्रिका आदि

लिखित पुस्तक

लेखन/सम्पादन/प्रकाशन कार्य

लिखित पुस्तक

1. दरभंगा प्रक्षेत्र की पाषाण प्रतिमाएँ, (शोध प्रबंध) कला प्रकाशन, वाराणसी, 2016 ISBN 978-93-85309-25-0

सम्पादित पुस्तक

1. गुरुदक्षिणा नाटकम मनीष प्रकाशन, वाराणसी, 2018, ISBN 978-93-81539-69-9

सम्पादित पत्रिका

1. संघ भारती (संस्कृत-हिंदी त्रैमासिकी), बेगूसराय ISSN 2249- 0876

सम्पादन सहयोग (संपादक मंडल सदस्य/उप सम्पादक/प्रबंध सम्पादक आदि रूप में)

  • 1. बिहार दर्शन परिषद के 36 वें वार्षिक अधिवेशन, 30-31मार्च, 2014 के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘प्रेरणा’ में सहयोग।
  • 2. दर्शनशास्त्र विभाग, एम. आर. एम. कॉलेज, दरभंगा एवं संस्कृत विभाग, सी. एम. कॉलेज, दरभंगा द्वारा दिनांक 29-30 नवम्बर, 2015 को आयोजित ‘भारतीय दर्शन के विकास में मिथिला का योगदान’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘प्रणव’ में सहयोग।
  • 3. 2016 में सृष्टि फाउंडेशन, दरभंगा के दसवें वार्षिकोत्सव के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका में सहयोग।
  • 4. 2017 में समागम-2017 के अवसर पर जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय पूर्ववर्ती विद्यार्थी संघ के द्वारा प्रकाशित स्मारिका ‘हम ही नवोदय हों’ में सहयोग।
  • 5. 2018 में सृष्टि फाउंडेशन, दरभंगा के बारहवें वार्षिकोत्सव के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका में सहयोग।
  • 6. 2019 में सृष्टि फाउंडेशन, दरभंगा के चौदहववें वार्षिकोत्सव के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका में सहयोग।
  • 7. 2020 में इतिहास विभाग पूर्ववर्ती छात्र संघ ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा के प्रथम मिलन समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘परिसंवाद’ में सहयोग।

v. विभिन्न शैक्षणिक, सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं की सदस्यता

  • 1. इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस (AM-18176)
  • 2. मिथिला इतिहास संस्थान (LM-315)
  • 3. इंडियन सोसाइटी ऑफ गाँधीयन स्टडीज (LM-cm/76)
  • 4. बिहार दर्शन परिषद (LM-s-173/13)
  • 5. ऑल इंडिया ओरिएंटल स्टडीज (LM-1657)
  • 6. इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (LM-L/18002)
  • 7. इतिहास संकलन समिति बिहार (LM-180065)
  • 8. सांस्कृतिक विद्यापीठ बेगूसराय (LM-016)
  • 9.जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय एलुमनी एसोसिएशन, बेगूसराय (LM-0001)

2.  सह-शैक्षणिक क्रियाकलाप

(1) साहित्य सृजन के तहत हिन्दी भाषा में कविता, कहानी, लेख, संस्मरण, यात्रावृत्तांत आदि लेखन एवं प्रकाशन

पत्र-पत्रिका में प्रकाशित

  • 1. 2014 में “नेताजी एंड नेताजी बर्थ प्लेस म्यूजियम” नामक शीर्षक से समय सुरभि अंनत हिन्दी त्रैमासिकी में एक यात्रा वृत्तांत का प्रकाशन, पृष्ठ- 77-78. ISSN 2321-4279.
  • 2. 2017 में “आर. एन. आई. से पंजीकृत बिहार की संस्कृत पत्र-पत्रिकाएं” नामक शीर्षक से  ‘संघ भारती’ त्रैमासिकी के जनवरी-मार्च, 2017 के अंक में प्रकाशन, पृष्ठ- 44-46. ISSN 2249-0876.
  • 3. अक्टूबर, 2017 में ‘पिन कोड में छिपा है आपके पते का कच्चा चिट्ठा’ नामक शीर्षक से दी कोर हिन्दी मासिक के डाक विशेषांक में एक लेख प्रकाशित, पृष्ठ – 34-35, ISSN 2456-5393.
  • 4. जनवरी, 2018 में ‘दरभंगा : भारतीय फुटबॉल संघ की जन्मभूमि’ नामक शीर्षक से दी कोर हिन्दी मासिक के भारतीय खेल विशेषांक में एक लेख प्रकाशित, पृष्ठ – 53 ISSN 2456-5393.
  • 5. फरवरी, 2018 में ‘उपेक्षा की दुनिया में गुम तिरहुत रेलवे’ नामक शीर्षक से दी कोर हिन्दी मासिक के भारतीय रेल विशेषांक में एक लेख प्रकाशित, पृष्ठ – 60-61, ISSN 2456-5393.
  • 6. मार्च, 2018 में ‘कैसे हुआ भारत में गणितज्योतिष का ह्रास ?’ नामक शीर्षक से दी कोर हिन्दी मासिक के ज्योतिष विशेषांक में एक लेख प्रकाशित, पृष्ठ – 24-25 ISSN 2456-5393
  • 7. 2018 में “साहित्य अनुरागी स्मृतिशेष जनार्दन प्रसाद सिंह” नामक शीर्षक से मुक्त कथन हिन्दी साप्ताहिक में एक संस्मरण का प्रकाशन, पृष्ठ- 48-50. ISSN 2348-4292.

पुस्तकों में प्रकाशित

  • 1. 2016 में “जातीय स्वाभिमान के लेखक : डॉ सुकन पासवान प्रज्ञाचक्षु” शीर्षक से एक लेख डॉ. सुकन पासवान : दृष्टि और सृष्टि नामक समालोचनात्मक पुस्तक में  प्रकाशित। संपादक – प्रो. (डॉ.) चन्द्र भानु प्रसाद सिंह, प्रकाशक – विश्वविद्यालय-हिन्दी-विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा। पृष्ठ – 105-111.
  • 2. 2016 में “समर्पित गहबर गीतकार” शीर्षक से एक लेख खुटौना के नीलकमल (डॉ. महेन्द्र नारायण राम : साहित्य साधना एवं व्यक्तित्व) नामक समालोचनात्मक पुस्तक में  प्रकाशित।, संपादक- अश्विनी कुमार आलोक, प्रकाशक- शब्द प्रकाशन, नई दिल्ली। पृष्ठ – 170-178. ISBN : 978-93-84831-41-7
  • 3. 2017 में “जीवन के प्रति अटूट आस्था” शीर्षक से एक लेख  अक्षर सारस्वत रामदेव पंडित राजा समग्र मूल्यांकन नामक पुस्तक में प्रकाशित। संपादक- अश्विनी कुमार आलोक, प्रकाशक – जानकी दानी प्रकाशन, नयी दिल्ली। पृष्ठ – 20-22. (बारकोड) : 1257893654790
  • 4. 2017 में “अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के लोक संस्कृतिविद” शीर्षक से एक संस्मरणात्मक लेख सारस्वत अक्षरदीप प्रफुल्ल कुमार सिंह मौन समग्र मूल्यांकन पुस्तक में प्रकाशित। संपादक- अश्विनी कुमार आलोक, प्रकाशक – जानकी दानी प्रकाशन, नयी दिल्ली। पृष्ठ – 182-186. (बारकोड) : 1257893654783
  • 5. 2019 में “ऐतिहासिक संदर्भों में प्रकीर्ण उपस्थिति” शीर्षक से डोम जाति समग्र सामाजिक संस्कृति नामक पुस्तक में एक लेख प्रकाशित। संपादक- अश्विनी कुमार आलोक, प्रकाशक – शब्द प्रकाशन, नयी दिल्ली। पृष्ठ – 19-28. ISBN : 978-93-83059-00-0
  • 6. 2020 में “हिन्दु राष्ट्र भारत : कुछ नये तथ्य एवं कथ्य” शीर्षक से डॉ. ए. कीर्तिवर्धन : साहित्य। – साधना और व्यक्तित्व नामक पुस्तक में एक लेख प्रकाशित। संपादक- अश्विनी कुमार आलोक, प्रकाशक – जानकी दानी प्रकाशन, नयी दिल्ली।, पृष्ठ – 150-157. (बारकोड) : 1257893654790

स्मारिका में प्रकाशित

  • 1. सितम्बर, 2013 में राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति, सिमरिया, बेगूसराय द्वारा 105 वां दिनकर जयंती समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘समर शेष है – 3’ में ‘दिनकर के पत्र की संक्षिप्त चर्चा’ नामक लेख, पृष्ठ – 84
  • 2. सितम्बर, 2014 में राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति, सिमरिया, बेगूसराय द्वारा 106 वां दिनकर जयंती समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘समर शेष है – 4’ में ‘निबंधकार दिनकर : संदर्भ अर्धनारीश्वर’ नामक लेख, पृष्ठ – 84.
  • 3. 2016 में सृष्टि फाउंडेशन, दरभंगा के दसवें वार्षिकोत्सव के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका  में ‘जय प्रकाश की नृत्यशाला : दरभंगा में ओडिसी की पाठशाला’  नामक लेख, पृष्ठ –  32-33.
  • 4. सितम्बर, 2017 में राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति, सिमरिया, बेगूसराय द्वारा 109 वां दिनकर जयंती समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘समर शेष है – 7’ में ‘हुंकार की प्रासंगिकता’ नामक लेख, पृष्ठ – 50
  • 5. दिसम्बर, 2017 में जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय पूर्ववर्ती विद्यार्थी संघ के द्वारा समागम-2017 के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘हम ही नवोदय हों’ में “मेरे समय का नवोदय” शीर्षक से संस्मरण प्रकाशित, पृष्ठ – 17-19.
  • 6. सितम्बर, 2019 में राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति, सिमरिया, बेगूसराय द्वारा 111 वां दिनकर जयंती समारोह के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका ‘समर शेष है – 9’ में ‘हमारे प्रेरणा स्रोत’ नामक लेख, पृष्ठ – 27-28.
  • 7. 2020 में इतिहास विभाग पूर्ववर्ती छात्र संघ ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वरनगर, दरभंगा के प्रथम मिलन समारोह के अवसर पर स्मारिका ‘परिसंवाद’ में “सब कुछ सीखा हमने, न सीखी…” शीर्षक से संस्मरण प्रकाशित, पृष्ठ – 20-26.

(2) डाक-टिकट संकलन

1. संचार मंत्रालय, भारत सरकार के तहत बेगूसराय डाक प्रमंडल द्वारा दीन दयाल स्पर्श योजना छात्रवृत्ति परीक्षा एवं डाक टिकट प्रदर्शनी के अवसर पर एक फिलाटेलिस्ट के रूप में 24.01.2018 को आयोजित टिकट प्रदर्शनी में हिस्सा लिया।

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