Tag: तुलसीदास
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सुवन या सुअन शब्द का क्या अर्थ है?
हनुमान चालीसा में ‘संकर सुवन केसरी नंदन’ पंक्ति में सुवन शब्द के अर्थ को लेकर भी भ्रान्तियाँ फैल रही है। सुवन/सुअन शब्द का अर्थ होता है- पुत्र यानी बेटा। तुलसीदासजी ने इस शब्द का प्रयोग कहाँ कहाँ किया है, यह देखना चाहिए- -
भारतीयों का वेद ‘रामचरितमानस’
लाला बैजनाथ ने Modern Hindu Religion And Philosophy यानी आधुनिक भारतीय धर्म एवं दर्शन पर व्याख्यान दिया था। इस व्याख्यान के अंतर्गत उन्होंने तुलसीदास के रामचरितमानस के विषय में जो कुछ लिखा है, वह इस विषय में कहा गया सबसे महत्त्वपूर्ण व्याख्यान प्रतीत होता है। वे लिखते हैं- ‘आधुनिक राम वाल्मीकि के राम नहीं ...