आतंकवादीक सरदार रावण
रावण राक्षसक राजा छल। जातिसँ ब्राह्मण रहलाक बादो ओ आतंकवादीक सरगनाक सरदार छल। समस्त दण्डकारण्य धरि अपन सर-संबन्धी आ आतंकवादीक विस्तार कए हत्या, लूट आ अशान्तिमे संलिप्त छल, तें रामक हाथें मारल गेल।Continue Reading
रावण राक्षसक राजा छल। जातिसँ ब्राह्मण रहलाक बादो ओ आतंकवादीक सरगनाक सरदार छल। समस्त दण्डकारण्य धरि अपन सर-संबन्धी आ आतंकवादीक विस्तार कए हत्या, लूट आ अशान्तिमे संलिप्त छल, तें रामक हाथें मारल गेल।Continue Reading
हाजीपुरमे मस्जिद चौक लग लालकोठीक कातमे एकटा गौरीमुख शिवलिंग स्थापित छथि जतए किछु दशक पूर्व एकटा नव मन्दिर बनाओल गेल अछि। ई शिवलिंग अपन अनेक विशेषताक कारणें आध्यात्मिक आ ऐतिहासिक दृष्टिसँ महत्त्वपूर्ण अछि।Continue Reading
गंगा भारत की नदियों में श्रेष्ठ मानी गयी है। ऋग्वैदिक काल से आजतक इसकी महिमा गायी जाती रही है। यहाँ तक कहा गया है कि गंगा के जल को स्पर्श करनेवाली वायु के स्पर्श से भी सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।Continue Reading
विश्वकर्मा पूजा 17 सितम्बर को ही क्यों मनाया जाता है? हमारे सभी पर्व-त्योहार भारतीय पंचांगों के अनुसार मनाया जाता है, किन्तु विश्वकर्मा पूजा हम अंगरेजी कैलेंडर के अनुसार क्यों मनाते हैं ?Continue Reading
हमरालोकनि सभ केओ जनैत छी जे कोनो पूजामे मुख्य देवताक आवाहन एसकर नै होइत छनि। हुनक आवाहन अङ्ग देवता, अस्त्र-शस्त्र, वाहन एवं परिवारक संग होइत अछि।Continue Reading
मिथिलाक परम्परामे तन्त्रक महत्त्व सर्वविदित अछि। एतय तान्त्रिकलोकनि एहि विधिसँ अपन समस्त दैनिक कर्म करैत साधना करैत छथि।Continue Reading
मिथिलाक पंजी एकटा आनुवंशिक विवरणी थीक, जाहिमे व्यक्तिक परिचयक लेल निम्नलिखित छह सूचना देल गेल अछि- पिता, मातामह एवं माता के मातामहक नाम आ एहि तीनूक मूल-ग्रामक नाम। Continue Reading
सिमरौन गढ कोल्डस्टोर से पश्चिम स्थित तालाब की खुदाई के दौरान एक शिलालेख का टुकडा मिला है। Continue Reading
पाण्डुलिपियाँ हमारी धरोहर हैं। उनका सबसे बड़ा उपयोग है कि उनमें लिखित ज्ञान को सम्पादित-प्रकाशित किया जाये। वह ज्ञान का प्राचीन स्रोत है।Continue Reading
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