17वीं शती में भूमिहारों के द्वारा मगध में सत्ता-परिवर्तन
भवनाथ झा इतिहास का अध्ययन करते समय अक्सर हम केन्द्रीय सत्ता में बैठे साम्राज्य का अध्ययन कर सम्पूर्ण क्षेत्र की सामाजिक तथा धार्मिक स्थिति का आकलन कर बैठते हैं जिसके कारण बहुत कुछ अन्धकार में रह जाता है। खासकर मुगल काल के इतिहास में यह स्थिति देखने को मिलती है।Continue Reading





