लोहना गाँव झंझारपुर अंचल में अवस्थित एक विशाल गाँव है। यह उत्तर बिहार में मुजप्फरपुर-फारविसगंज राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 57 पर दरभंगा से 40 कि.मी. पूर्व अवस्थित है।Continue Reading

अवलोकन केलाक बाद दूनू कें मिलाए पढला पर म.म. परमेश्वर झाक पाठ मे संशोधनक अवसर आएल। एकर मुख्य स्थान अछि दोसर पंक्तिक 9-12 अक्षर जतए पाठक कारणें ऐतिहासिक साक्ष्य पर असरि पडैत अछि।Continue Reading

ललितविस्तर बौद्ध महायान ग्रन्थ थिक जाहिमे बुद्धक जन्म आ हुनक लीलाक वर्णन कएल गेल अछि। एहिमे 27 अध्याय अछि आ प्रत्येक अध्यायक नाम परिवर्त थिक।Continue Reading

6 आंगुर पलभा गणनाक आधार पर 26.56505°N अक्षांशक थीक। 26.5952° N अक्षांश पर सीतामढीक जानकी मन्दिर अवस्थित अछि।Continue Reading

क्या वर्तमान जनकपुर मिथिला नगरी थी? इन्ही प्रश्नों पर प्रमाण के साथ एक विवेचनContinue Reading

भारतक इतिहासमे ई परम सत्य अछि जे यूरोपियन इतिहासकार लोकनि भारतक प्राचीन साहित्यक इतिहास के निर्णय करबामे न्याय नै कएने छथि।Continue Reading

जाहि बुद्धकें सनातन धर्मक मतावलम्बी सामाजिक सद्भाव बनाकए रखबाक लेल विष्णुक अवतार मानि लेलनि आ आदि शंकराचार्यक बाद हुनका भगवान् विष्णुक नवम अवतार मानि लेलनिContinue Reading

सामिष-निरामिष

पावनि-तिहार अबैत देरी बहुतो गोटे कें ई बुझबाक इच्छा रहैत छनि जे कोन वस्तु भक्ष्य थीक आ कोन अभक्ष्य। धर्मशास्त्रमे भक्ष्याभक्ष्यनिरूपणक नामसँ प्रसंग आएल अछि।Continue Reading

तन्त्र का नाम सुनते ही आज लोग उसे घृणा की दृष्टि से देखने लगते हैं। किन्तु इनके सन्दर्भ ग्रन्थ शास्त्र की दृष्टि से कितने गम्भीर हैं और उनमें किस प्रकार से तान्त्रिकों के लिए नैतिकता और कठोर नियमों का महत्त्व दिया गया है, इसे देखने के बाद हम इस परम्परा के महत्त्व को समझ पाते हैं। Continue Reading